बोलानी, 13 नवंबर - केन्दुझर जिले के सीमांत खनिज क्षेत्र बोलानी में परिवहन को लेकर उत्पन्न विवाद की स्थिति में कोई सुधार नहीं दिखाई दे रहा है। स्थानीय क्षेत्र में तनाव बना हुआ है, और आज दूसरे दिन भी बोलानी रेलवे साइडिंग के सैकड़ों महिला और पुरुष श्रमिक दोपहर 2 बजे तक बोलानी थाना घेराव करने के बाद परिवहन स्थल पर विरोध प्रदर्शन में बैठे हुए हैं । स्थिति दिन-प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है, जबकि जिला प्रशासन और स्थानीय पुलिस मौन बनी हुई हैं। आज तीसरे दिन पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति को सामान्य करने की कोशिश कर रही है।
दूसरी ओर, बोलानी श्रमिक संघ के कार्यकारी अध्यक्ष कमलापति यादव ने आरोप लगाया है कि भाजपा की आत्मघाती गुट और बीजेडी के कुछ गुंडों को पुलिस की ओर से मौन समर्थन मिल रहा है। उन्होंने कहा कि बोलानी खान फाइन्स सेलिंग प्वाइंट से बोलानी रेलवे साइडिंग तक 4,000 मीट्रिक टन लौह अयस्क परिवहन के लिए ओडिशा एलॉय स्टील प्राइवेट लिमिटेड ने भाजपा नेता मुरली शर्मा के समर्थित परिवहन संस्था स्टार ट्री कमट्रेड प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया था। इस कार्य को भाजपा की आत्मघाती गुट और बीजेडी के गुंडा श्रेणी के युवकों ने असंभिधानिक तरीके से रोकने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, जो पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाता है और यह दिखाता है कि जिला प्रशासन और पुलिस से इनको समर्थन हासिल हो रही है।
दूसरी तरफ, स्टार ट्री कमट्रेड के अन्यतम निदेशक अजीत कुमार मिश्रा ने आरोप लगाया कि जब वे कार्य प्रारंभ करने के लिए फाइन्स सेलिंग प्वाइंट पर पहुंचे, तो वहां विरोध कर रहे कुछ गुंडों के द्वारा उनपर हमला किया गया, उनका मोबाइल और 50,000 रुपये लूट लिए गए, साथ ही उन्हें हत्या की धमकी दी गई। इसके बावजूद बोलानी पुलिस ने उनका आरोप दर्ज नहीं किया, लेकिन जब स्थानीय क्षेत्र के सैकड़ों महिलाएं और पुरुष थाना घेराव कर रहे थे, तब पुलिस ने मामला दर्ज किया, लेकिन दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।
वहीं दूसरी ओर, ओडिशा एलॉय प्राइवेट लिमिटेड द्वारा दी गई सभी कार्यादेशों को रद्द कर दिया गया और स्टार ट्री, कारो और आरआर नामक कंपनियों को नए कार्यादेश दिए गए हैं। कमलापति यादव ने इस कदम का विरोध करते हुए बोलानी खान परिसर के फाइन्स सेलिंग पॉइंट के सामने रेलवे साइडिंग के कार्यरत सैकडों श्रमिक समर्थोकों के साथ धारना में बैठे हुए हैं ।
इसके साथ ही, श्री यादव ने यह भी सवाल उठाया है कि कार्यादेश होने के बावजूद कुछ असामाजिक तत्व परिवहन कार्य में बाधा डाल रहे हैं और शांति श्रृंखला को तोड़ रहे हैं, जबकि पुलिस किसी भी कार्रवाई को अंजाम नहीं दे रही है। उन्होंने यह भी कहा कि कार्यादेश रद्द होने के बाद जब कार्यादेश भाजपा के आत्मघाती गुट और बीजेडी समर्थक गुंडो को दिया गया तो पुलिस घटना स्थल पर पहुंच कर उनकी समर्थन में जुटी हुई है ।
इस स्थिति में लोगों का कहना है कि केन्दुझर जिले के चम्पुआ विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के विभाजन को लेकर चर्चा हो रही है, वहीं सरकार बदलने के बावजूद बीजेडी ने यहां अपनी स्थिति मजबूत रखी है ।